अग्निवीरों की भर्ती के लिए लगी आवेदनों की झड़ी, यहां जानें रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रॉसेस
अग्निवीरों की भर्ती के लिए लगी आवेदनों की झड़ी, यहां जानें रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रॉसेस
Agneepath Scheme: अग्निपथ भर्ती योजना के तहत भारतीय वायु सेना में भर्ती होने के लिए युवाओं का क्रेज दिखने लगा है. जहां एक ओर देश में अग्निपथ योजना (Agneepath Recruitment) को लेकर विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है. वहीं, दूसरी ओर युवाओं ने बड़ी संख्या में वायु सेना के लिए अप्लाई किया है. भारतीय वायुसेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत रविवार तक 56,960 एप्लिकेशन प्राप्त हुए. इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस की शुरुआत कई राज्यों में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच शुक्रवार से हुई थी और दो दिनों के भीतर ही इतने अधिक एप्लिकेशन हासिल हुए हैं.
वायु सेना ने रविवार को ट्वीट किया, 56960! यह अग्निपथ भर्ती एप्लिकेशन प्रोसेस के जवाब में वेबसाइट पर भविष्य के अग्निपथ से अब तक प्राप्त एप्लिकेशन की कुल संख्या है. रजिस्ट्रेशन पांच जुलाई को बंद हो जाएगा. ऑफिशियल नोटिफिकेश के मुताबिक, अग्निपथ योजना 2022 के माध्यम से भारतीय वायु सेना की भर्ती 24 जून, 2022 से शुरू हुई थी. इच्छुक उम्मीदवार अग्निपथ योजना 2022 के लिए वायु सेना की ऑफिशियल वेबसाइट careerindianairforce.cdac.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं.
IAF Recruitment 2022: चार साल के लिए भर्ती किए जाएंगे अग्निवीर
ऑफिशियल नोटिफिकेशन के मुताबिक, अग्निपथ योजना के तहत वायु सेना भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन 5 जुलाई 2022 को समाप्त होगा. यहां गौर करने वाली बात ये है कि अग्निवीर के रूप में क्वालिफाई करने के लिए उम्मीदवारों को एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पूरा करना जरूरी है. 14 जून को अग्निपथ योजना पेश करते हुए, सरकार ने कहा था कि साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए भर्ती किया जाएगा जिनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा के लिए शामिल किया जाएगा. देश के कई हिस्सों में इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे.
अग्निवीरों को मिलेगी सरकारी नौकरी में प्राथमिकता
सरकार ने 16 जून को इस योजना के तहत भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को वर्ष 2022 के लिए 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था. साथ ही बाद में उनकी सेवानिवृत्ति पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों में उनके लिए वरीयता जैसे कई कदमों की घोषणा की थी. बीजेपी शासित कई राज्यों ने भी घोषणा की कि ‘अग्निवीरों’ को राज्य पुलिस बलों में शामिल होने में प्राथमिकता दी जाएगी. सशस्त्र बलों ने हालांकि यह स्पष्ट कर दिया है कि नयी भर्ती योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन और आगजनी करने वालों को भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा.